Thursday 4 September, 2008

Naseehat

जो बदन हराम गेजा खायेगा वोह जन्नत में नहीं जाएगा. इर्शादे नबवी.

मेरे भयो हराम कमाई से बचो ओर अपनी औलाद को इससे बचाओ.

कभी भी दुसरे की दुन्या बनाए के चक्कर में अपनी अख्रेअत मत बर्बाद करो, क्यूंकि आपको मालूम है की कुरान में केयाम्त की हौल्नाकी के बारे मैं बताया गया है की उस दिन न बाप बेटे का और न बेटा बाप का इसी तरह न बीवी शौहर की और न शौहर बीवी का होगा और सब को अपना अपना बोझ उठाना होगा.

मोहम्मद अजमल JMI


No comments: